कौशाम्बी लोकसभा क्षेत्र में हुयी दर्दनाक मौत पर घटना स्थल पर नही पंहुचे सपा सांसद
दलित बच्चियों की मौत पर गांव न पहुंचने वाले सपा सांसद कौशाम्बी में लगवा रहे राणा सांगा मुर्दाबाद के नारे

कौशाम्बी लोकसभा क्षेत्र में हुयी दर्दनाक मौत पर घटना स्थल पर नही पंहुचे सपा सांसद
दलित बच्चियों की मौत पर गांव न पहुंचने वाले सपा सांसद कौशाम्बी में लगवा रहे राणा सांगा मुर्दाबाद के नारे
प्रतापगढ़/कौशाम्बी, बाबागंज विधानसभा क्षेत्र के डिहवा जलालपुर में 4 बच्चियों की हुयी दर्दनाक मौत के बाद सपा सांसद को अभी तक उनके गाँव पंहुचने की फुर्सत नही मिली लेकिन पार्टी के निर्देश के अनुपालन में सपा सांसद राणा सांगा मुर्दाबाद के नारे वाले समूह की अगुवाई करते नजर आये। कौशाम्बी जिला मुख्यालय पर पार्टी के प्रदर्शन में मौजूद सपा सांसद को अपने ही समाज की चार बच्चियों की दुखद मौत के बाद उनके दुख में शामिल होने की फुर्सत नही मिली जबकि प्रयागराज की पूर्व विधान परिषद सदस्य एवं गंगापार की भाजपा जिलाध्यक्ष निर्मला पासवान तक मौके पर आकर जा चुकी हैं। उन्होंने भी इशारो में ये कहा की समाज की बच्चियों की मौत की सूचना मिलते ही वो इनके दुख में शामिल होने दौड़ी चली आयी।
बताते चलें की प्रतापगढ़ जनपद की कुंडा और बाबागंज विधानसभायें कौशाम्बी लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा है और घटना भी बाबागंज विधामसभा के डिहवा जलालपुर में हुयी है। जिस समाज से सांसद कौशाम्बी आते हैं उसी समाज की 4 बच्चियां नदी में डूबकर मर गयी हैं। ऐसे में पार्टी कार्यकर्ताओं में भी इस बात की चर्चा है की सांसद जी को घटनास्थल वाले गांव में पंहुचना था। लेकिन राणा सांगा मुर्दाबाद का नारा लगवाने में व्यस्त है। राणा सांगा पर विवादित नारा लगाने वालों का नेतृत्व करते समय क्या उनके मन मे विचार नही आया होगा की कुंडा और बाबागंज विधामसभा में उन्ही राणा के वंशजो ने हाथ न लगाया होता तो शायद लोकसभा में सबसे कम उम्र के सांसद होने का तमगा न मिला होता।
वहीं क्षेत्र में घटना का समाचार मिलते ही जनसत्ता दल के अध्यक्ष राजा भैया न सिर्फ मौके पर पंहुचे बल्कि पार्टी फंड से आर्थिक मदद किया भी और सरकार से भी सहयोग दिलाने के प्रति आश्वस्त किया। यही दरियादिली वाली शैली राजा भैया को अन्य नेताओं से कहीं बहुत उपर खड़ा कर देती है और उनके विरोधी भी उनके मूक समर्थक बन जाये हैं।