IndusInd Bank में ₹674 करोड़ की लेखा गड़बड़ी का खुलासा, बैंक ने दी सफाई
तीन तिमाहियों में ₹674 करोड़ ब्याज के रूप में दर्ज कर दी गई थी गलत राशि, ₹595 करोड़ की अप्रमाणित एंट्री भी आई सामने; बैंक ने दी सफाई और सुधार के संकेत

लेखक: Global Bharat News डेस्क
तारीख: 16 मई 2025
IndusInd Bank ने हाल ही में एक बड़ी लेखा अनियमितता का खुलासा किया है। बैंक की आंतरिक ऑडिट रिपोर्ट के अनुसार, वित्त वर्ष 2024-25 की तीन तिमाहियों के दौरान ₹674 करोड़ की राशि को गलत तरीके से ब्याज आय के रूप में रिकॉर्ड किया गया था। बैंक ने बताया कि यह पूरी राशि 10 जनवरी 2025 को वापस ले ली गई थी।
क्या है मामला?
बैंक द्वारा स्टॉक एक्सचेंज को दी गई सूचना में कहा गया कि यह लेखा त्रुटि आंतरिक ऑडिट विभाग (IAD) की रिपोर्ट के बाद सामने आई है, जो 8 मई 2025 को जमा की गई थी। रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि बैंक के “अन्य परिसंपत्तियों” (Other Assets) खाते में ₹595 करोड़ की अप्रमाणित राशि पाई गई, जिसे “अन्य दायित्वों” (Other Liabilities) के विरुद्ध समायोजित कर दिया गया।
व्हिसलब्लो
IndusInd Bank में ₹674 करोड़ की लेखा गड़बड़ी का खुलासा, बैंक ने दी सफाई
लेखक: Global Bharat News डेस्क
प्रकाशन तिथि: 16 मई 2025
IndusInd Bank ने हाल ही में एक आंतरिक ऑडिट रिपोर्ट के आधार पर बड़ी लेखा गड़बड़ी की पुष्टि की है। रिपोर्ट के अनुसार, बैंक ने वित्त वर्ष 2024-25 की तीन तिमाहियों में ₹674 करोड़ की राशि को गलत तरीके से ब्याज आय (Interest Income) के रूप में दर्ज किया था। बैंक ने स्पष्ट किया है कि यह त्रुटि जनवरी 2025 में पूरी तरह से सुधारी जा चुकी है।
ऑडिट रिपोर्ट में क्या सामने आया?
बैंक ने बताया कि इसकी आंतरिक लेखा परीक्षा विभाग (Internal Audit Department – IAD) ने 8 मई 2025 को रिपोर्ट सौंपते हुए यह अनियमितता उजागर की। रिपोर्ट में कहा गया है कि ₹674 करोड़ की राशि को ब्याज के रूप में दर्ज करना लेखा मानकों का उल्लंघन था, जिसे 10 जनवरी 2025 तक पूरी तरह रिवर्स कर दिया गया।
साथ ही, रिपोर्ट में यह भी खुलासा हुआ कि बैंक के “अन्य परिसंपत्तियां” (Other Assets) खाते में ₹595 करोड़ की अप्रमाणित राशि दर्ज थी, जिसे बैंक ने “अन्य दायित्वों” (Other Liabilities) के साथ समायोजित कर दिया।
व्हिसलब्लोअर के आरोपों से बढ़ा मामला
इस पूरे मामले ने और गंभीर मोड़ तब लिया जब एक व्हिसलब्लोअर के पत्र ने नई गड़बड़ियों की ओर इशारा किया। पत्र में आरोप लगाया गया कि:
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बैंक की माइक्रोफाइनेंस पोर्टफोलियो में ₹600 करोड़ की ब्याज आय में गड़बड़ी की गई।
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एक वरिष्ठ अधिकारी और एक पूर्व कर्मचारी के बीच अनुचित संबंध का भी जिक्र किया गया, जिसे पहले बर्खास्त किया गया था और बाद में उसी अधिकारी द्वारा फिर से बहाल किया गया।
इन गंभीर आरोपों के बाद बैंक ने आंतरिक नियंत्रण को मजबूत करने और जवाबदेही तय करने के लिए कदम उठाने की बात कही है।
बैंक की सफाई और आगे की कार्रवाई
Hinduja Group के स्वामित्व वाले IndusInd Bank ने अपने बयान में कहा है कि वह लेखा पारदर्शिता और आंतरिक नियंत्रण को लेकर प्रतिबद्ध है। बैंक ने कहा कि संबंधित अधिकारियों की जवाबदेही तय की जा रही है, और गवर्नेंस सुधारों पर काम शुरू हो चुका है।
निष्कर्ष
IndusInd Bank में सामने आई यह लेखा गड़बड़ी न केवल बैंक की छवि पर असर डाल सकती है, बल्कि इससे निवेशकों का भरोसा भी प्रभावित हो सकता है। आने वाले समय में यह देखना अहम होगा कि बैंक किस तरह इन अनियमितताओं से उबरता है और कॉर्पोरेट गवर्नेंस में सुधार करता है।
Global Bharat News इस मामले से जुड़ी हर अपडेट पर नज़र रखे हुए है। अधिक जानकारी और ताज़ा खबरों के लिए हमारे साथ बने रहें।