राष्ट्रीय सद्भावना समारोह आयोजित किया गया।
सामाजिक सद्भाव और धार्मिक सहिष्णुता के प्रतीक पण्डित बद्री प्रसाद पाण्डेय के जन्मदिन के अवसर पर उनके जन्म स्थान पूरे छतऊ के 'सद्भावना गार्डन' में एक भव्य 'राष्ट्रीय सद्भावना समारोह' का आयोजन किया गया।

सामाजिक सद्भाव और धार्मिक सहिष्णुता के प्रतीक पण्डित बद्री प्रसाद पाण्डेय के जन्मदिन के अवसर पर उनके जन्म स्थान पूरे छतऊ के ‘सद्भावना गार्डन’ में एक भव्य ‘राष्ट्रीय सद्भावना समारोह’ का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे – राज्य निर्वाचन आयोग के विशेष कार्याधिकारी/सचिव डा० अखिलेश चन्द्र मिश्र और कार्यक्रम की अध्यक्षता सुविख्यात व्यंग्यकार डा० राजेन्द्र सिंह ‘राज’ ने किया।
कार्यक्रम का आयोजन सद्भावना फाउण्डेशन के अध्यक्ष प्राध्यापक/पत्रकार डा० शक्ति कुमार पाण्डेय ने
और संचालन सुप्रसिद्ध गीतकार सुनील प्रभाकर ने किया।
प्रयागराज में माधव नगर के संघचालक विजय कुमार पाण्डेय ने आगंतुक अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि पण्डित जी आजीवन सामाजिक सद्भाव, समानता और समरसता के लिए काम करते रहे।
मुख्य अतिथि ने कहा कि राष्ट्रीय एकता और अखंडता के लिए पण्डित जी के आदर्शों पर चलने की आवश्यकता है। उन्होंने अपनी कविताओं के माध्यम से जीवन की क्षणभंगुरता और प्रेम-भाव को व्यक्त किया।
मुख्य वक्ता और पण्डित बद्री प्रसाद पाण्डेय के सहयोगी धर्माचार्य मौलाना हयात उल्लाह चतुर्वेदी ने कहा कि पण्डित जी के रास्ते पर चलकर राष्ट्रीय ही नहीं, विश्व भर के मानव समाज को एक सूत्र में बांधा जा सकता है।
वरिष्ठ अधिवक्ता और लोकतंत्र सेनानी श्री रामसेवक त्रिपाठी ने पण्डित बद्री प्रसाद पाण्डेय के साथ बिताए गए समय की चर्चा की और उनके संस्मरण सुनाए।
धर्माचार्य ओमप्रकाश पाण्डेय ‘अनिरुद्ध रामानुज दास’ ने बताया कि पण्डित जी ने धर्म सम्राट स्वामी करपात्री जी से दीक्षा ग्रहण करने के बाद उनके आदेश पर मध्यप्रदेश में अखिल भारतीय रामराज्य परिषद से विधानसभा का चुनाव लड़ा।
भाजपा प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य शिव प्रकाश मिश्र सेनानी ने कहा कि पिता की स्मृति को नमन करके और सद्भावना का प्रसार करते हुए डा० शक्ति कुमार पाण्डेय ने समाज के सामने एक आदर्श प्रस्तुत किया है।
आर एस एस के विभाग प्रचारक ओमप्रकाश जी ने कहा कि अपने शताब्दी वर्ष में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ भी अन्य विषयों के साथ भारतीय समाज में सामाजिक सद्भाव और समरसता के लिए लोगों को प्रेरित कर रहा है।
इस अवसर पर साहित्यकारों और अतिथियों को स्मृति चिन्ह प्रदान करते हुए अंग वस्त्रम् द्वारा सम्मानित किया गया।
सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता आलोक कुमार पाण्डेय ने कहा कि प्रेम और सद्भाव ही मजबूत समाज और राष्ट्र की आधारशिला है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग बौद्धिक प्रमुख डा० सौरभ पाण्डेय ने कहा कि सामाजिक सद्भाव और समरसता के बिना भारतीय समाज अपने परम वैभव के लक्ष्य को पूरा नहीं कर सकता।
आर एस एस के विभाग प्रचार प्रमुख प्रभाशंकर पाण्डेय ने कहा कि पण्डित बद्री प्रसाद पाण्डेय ने सामाजिक कुरीतियों का विरोध करके समाज के सामने एक आदर्श प्रस्तुत किया है।
इस अवसर पर राजमूर्ति सिंह सौरभ,
शेख मुंशी रजा अनीस देहाती और प्रेम कुमार त्रिपाठी प्रेम ने काव्य पाठ किया।
सद्भावना फाउण्डेशन के सचिव हिमांशु पाण्डेय ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया।
अन्य वक्ताओं ने कहा कि प्रेम, सद्भावना और सामाजिक समरसता का संदेश देते हुए पण्डित जी ने भारतीय समाज का बहुत उपकार किया है।
उच्च न्यायालय के विनायक प्रसाद पाण्डेय, राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के प्रदेश सचिव सुरेंद्र प्रसाद पाण्डेय, जिला महामंत्री राजेश मिश्रा, और कमलाकान्त एकेडमी के प्रबंधक सुशील कुमार पाण्डेय, संस्कार एजुकेशनल एकेडमी के प्रबंधक दिवाकर पाण्डेय, शिक्षक नेता रूपेश पाण्डेय ने भी जनसमूह को संबोधित किया।