बकरी चोर के गिरोह का पुलिस ने किया भंडाफोड़ 41 चोरी की बकरियां बरामद
छापेमारी में एक आरोपी गिरफ्तार,दो फरार

बकरी चोर के गिरोह का पुलिस ने किया भंडाफोड़ 41 चोरी की बकरियां बरामद
गौरव तिवारी जिला संवाददाता प्रतापगढ़।
प्रतापगढ़। गरीब पशुपालक के लिए सोना-चांदी नहीं, बल्कि उनकी बकरी ही असली संपत्ति होती है। जब किसी अमीर का सोना-चांदी लूटा जाता है, तो पुलिस तुरंत हरकत में आती है, समाज में हंगामा मचता है, घटना की चर्चा होती है, लेकिन जब किसी पशुपालक की बकरी चोरी होती है, तो इसे आमतौर पर हल्के में लिया जाता है। जबकि हकीकत यह है कि यह उनके जीवनयापन का मुख्य साधन होता है। ऐसे में पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में थाना सांगीपुर व स्पेशल टीम ने सराहनीय कार्रवाई करते हुए बकरी चोर गिरोह का पर्दाफाश किया और 41 चोरी की बकरियां बरामद करने में सफलता प्राप्त की। कुल बरामद बकरियों का मूल्य करीब पांच लाख के आसपास है।
पुलिस अधीक्षक डाॅ0 अनिल कुमार द्वारा अपराधिक क्रियाकलाप में संलिप्त अपराधियों के विरुद्ध चलाए जा रहे अभियान के क्रम में अपर पुलिस अधीक्षक (पूर्वी) दुर्गेश कुमार सिंह के मार्ग दर्शन व क्षेत्राधिकारी लालगंज रामसूरत सोनकर व क्षेत्राधिकारी रानीगंज विनय प्रभाकर साहनी द्वारा संयुक्त रुप से अपराध एवं अपराधियों की रोकथाम पर अंकुश लगाने हेतु दिये गये निर्देश के क्रम में बीते 4 फ़रवरी 2025 को थाना सांगीपुर पुलिस और स्पेशल टीम देउम चौराहे पर संदिग्ध व्यक्तियों और वाहनों की चेकिंग कर रही थी। इस दौरान मुखबिर से सूचना मिली कि कुरैशी का पुरवा, थाना उदयपुर में कुछ चोर चोरी की गई बकरियों को छिपाकर रखे हुए हैं। सूचना मिलते ही पुलिस टीम सतर्क हो गई और बिना देर किए बताए गए स्थान पर पहुंची। जब पुलिस वहां पहुंची तो देखा कि कुछ लोग मौके से भागने लगे।
पुलिस टीम ने उस स्थान को चारों ओर से घेर लिया। कुछ पुलिसकर्मियों को घटनास्थल पर ही बकरियां संभालने के लिए छोड़कर बाकी टीम ने भाग रहे बदमाशों का पीछा किया। इस दौरान एक बदमाश पुलिस के हत्थे चढ़ गया, जबकि दो अन्य अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गए। गिरफ्तार आरोपी की पहचान अंसार उर्फ चितऊ (निवासी भैंसना, थाना सांगीपुर) के रूप में हुई। उसके पास से एक अवैध देसी तमंचा 315 बोर, एक खोखा कारतूस और 2000 रुपये बरामद हुए।
गिरफ्तार आरोपी पर पहले से दर्ज हैं कई मुकदमे –
एसपी डॉ०अनिल कुमार ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी अंसार उर्फ चितऊ का आपराधिक इतिहास भी खंगाला गया, जिसमें पता चला कि उसके खिलाफ पहले से कई संगीन मामले दर्ज हैं। वह विभिन्न थानों में कई गंभीर अपराधों में वांछित था। वहीं फरार आरोपियों की पहचान वावी उर्फ साकिर और मोनू कुरैशी के रूप में हुई है, जिनकी गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है।