शामली। यूपी STF की मुस्तफा कग्गा गैंग से मुठभेड़, 1 लाख के इनामी कुख्यात बदमाश अरशद समेत 4 ढेर
एसटीएफ इंस्पेक्टर सुनील दत्त को लगी चार गोली , करनाल हॉस्पिटल से मेदांता रेफर

शामली, 21 जनवरी। शामली के झिंझाना थाना क्षेत्र में उत्तर प्रदेश एसटीएफ (मेरठ टीम) और कुख्यात मुस्तफा कग्गा गैंग के सदस्यों के बीच हुई मुठभेड़ में गैंग का प्रमुख सदस्य अरशद समेत चार अपराधी मारे गए। मुठभेड़ में अरशद के साथ मंजीत, सतीश और एक अज्ञात साथी भी शामिल थे। पुलिस ने बताया कि अरशद पर ₹1 लाख का इनाम घोषित था और वह सहारनपुर के बेहट थाने में दर्ज डकैती के एक मामले में वांछित था।
अरशद पुत्र जमील, निवासी बड़ी माजरा, थाना गंगोह, सहारनपुर, पर डकैती, हत्या और लूट जैसे संगीन अपराधों के करीब 17 मामले दर्ज थे। वह लंबे समय से पुलिस के लिए सिरदर्द बना हुआ था। सहारनपुर और आस-पास के जिलों में उसकी सक्रियता ने पुलिस को चुनौती दी थी। उसके खिलाफ सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर और हरियाणा के पनपत में विभिन्न धाराओं के तहत मामले दर्ज थे, जिनमें 302 (हत्या), 395 (डकैती), 397 (आर्म्ड डकैती), और गैंगस्टर एक्ट जैसे गंभीर अपराध शामिल थे।
एसटीएफ को गुप्त सूचना मिली थी कि अरशद अपने साथियों के साथ झिंझाना थाना क्षेत्र से गुजरने वाला है। पुलिस ने घेराबंदी की और उन्हें रोकने की कोशिश की। अपराधियों ने फायरिंग शुरू कर दी, जिसके जवाब में पुलिस ने भी मोर्चा संभाला। करीब आधे घंटे तक चली इस मुठभेड़ में अरशद और उसके तीन साथी घायल हो गए। उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
मुठभेड़ के दौरान एसटीएफ टीम का नेतृत्व कर रहे इंस्पेक्टर सुनील को कई गोलियां लगीं। उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है। उन्हें पहले करनाल के अमृतधारा अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन बाद में बेहतर इलाज के लिए गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल रेफर कर दिया गया।
अरशद पर सहारनपुर, शामली और अन्य जिलों में 17 से अधिक संगीन मुकदमे दर्ज थे। अरशद का नाम कई जिलों के अपराध रिकॉर्ड में सबसे ऊपर था।
अरशद जैसे खतरनाक अपराधी का खात्मा कानून-व्यवस्था को बनाए रखने की दिशा में एक बड़ी सफलता है। उन्होंने कहा कि यह मुठभेड़ उत्तर प्रदेश सरकार की अपराध मुक्त प्रदेश बनाने की नीति का हिस्सा है।
अरशद की मौत के साथ ही मुस्तफा कग्गा गैंग को एक बड़ा झटका लगा है। पुलिस अब अन्य वांछित अपराधियों की तलाश में जुट गई है।
