केंद्रीय ट्रेड यूनियनों केंद्र एवं राज्य कर्मचारी संगठनो के आवाहन पर प्रतापगढ़ में भी किसान संगठनों की हड़ताल।
बीमा एवं ग्रामीण बैंक में पूर्ण रूप से हड़ताल पर रहे राष्ट्रीय बैंकों में ऑल इंडिया बैंक एम्पलाइज यूनियन के सदस्य अपना वेतन कटवाकर हड़ताल पर रहे।

केंद्रीय ट्रेड यूनियनों केंद्र एवं राज्य कर्मचारी संगठनो के आवाहन पर प्रतापगढ़ में भी किसान संगठनों की हड़ताल।
डा० शक्ति कुमार पाण्डेय
ग्लोबल भारत न्यूज नेटवर्क
प्रतापगढ़, 9 जुलाई।
बीमा एवं ग्रामीण बैंक में पूर्ण रूप से हड़ताल पर रहे राष्ट्रीय बैंकों में ऑल इंडिया बैंक एम्पलाइज यूनियन के सदस्य अपना वेतन कटवाकर हड़ताल पर रहे।
इसी तरह बीएसएनएल, लोक निर्माण विभाग, बिजली सहित विभिन्न क्षेत्रों में एवं असंगठित क्षेत्र में भी श्रमिक हड़ताल में शामिल रहे।
जिला ट्रेड यूनियन काउंसिल प्रतापगढ़ के तत्वाधान में कलेक्ट्रेट प्रतापगढ़ में एन आईं सी के सामने विभिन्न कर्मचारी मजदूर संगठनों के पदाधिकारी एक सभा के रूप में एकत्रित हुए।
सभा को प्रमुख रूप से ऑल इंडिया ट्रेड यूनियन कांग्रेस के प्रांतीय मंत्री एवं जिला ट्रेड यूनियन काउंसिल के अध्यक्ष हेमंत नंदन ओझा, उत्तर प्रदेश बैंक एम्पलाई यूनियन के जिला अध्यक्ष नरेंद्र प्रसाद मिश्र, आंगनबाड़ी कर्मचारी संगठन के संरक्षक अनिल सिंह, राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के अध्यक्ष करुणेश प्रताप सिंह, पल्लेदार मजदूर यूनियन के मंत्री महेश चंद सरोज, उत्तर प्रदेश भवन एवं अन्य संनिर्माण श्रमिक संघ के जिला मंत्री राघवेंद्र मिश्रा, उत्तर प्रदेश बिजली कर्मचारी संघ के उपाध्यक्ष विजय बहादुर सिंह, बीमा इंप्लाइज संगठन के अभिनव सिंह, राजकुमार पांडे, भारतीय दूरसंचार निगम लिमिटेड एम्पलाइज यूनियन के जिला मंत्री डी आर मिश्रा, अखिल भारतीय किसान मजदूर संगठन के जिला मंत्री विजयानंद तिवारी, राज्य कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष सुरेश मिश्रा, लोक निर्माण विभाग मिनिस्ट्रियल फेडरेशन के अध्यक्ष संदीप सिंह, बड़ौदा उत्तर प्रदेश ग्रामीण बैंक एम्पलाइज यूनियन के अध्यक्ष आकाश श्रीवास्तव, महामंत्री सुनीत झा, राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के अध्यक्ष राजेश मोहन मिश्रा, महामंत्री रमाशंकर तिवारी, अखिल भारतीय किसान सभा के जिला अध्यक्ष आशुतोष शुक्ला, अखिल भारतीय किसान सभा के जिला महामंत्री निर्भय प्रतापसिंह, आदि ने संबोधित किया।
इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि केंद्र सरकार और राज्य सरकार श्रमिकों और कर्मचारी के आंदोलन के अधिकार को लगातार कुचलने का का काम कर रही है श्रम कानून को समाप्त कर देश को गंभीर संकट की तरफ ले जा रही है।
उन्होंने कहा कि मजदूर और कर्मचारियों की स्थिति दिन-ब-दिन नाजुक होती चली जा रही है वर्तमान में भी तमाम विभागों में न्यूनतम मजदूरी के अनुसार भी वेतन का भुगतान नहीं हो रहा है, और अगर सरकार ने इसी तरह से मजदूर और कर्मचारियों के अधिकारों पर कुठाराघात करना जारी रखा तो बहुत समय तक देश का मजदूर और कर्मचारी बर्दाश्त करने वाला नहीं है।
सभा के अंत में राष्ट्रपति को संबोधित एक ज्ञापन सौंपा गया, जिसमें प्रमुख रूप से केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए चारों श्रम संहिता को रद्द किए जाने, सभी विभागों बैंकों निगम उनके अधीन संस्थानों में रिक्त पदों पर भर्ती किए जाने, नियमित प्रकृति के काम में रखे गए संविदा एवं आउटसोर्स श्रमिकों को नियमित किए जाने समान कार्य के लिए समान वेतन दिए जाने, आउट सोर्स व्यवस्था पूर्ण रूप से समाप्त किए जाने, ओल्ड पेंशन स्कीम लागू किए जाने, स्कीम वर्कर्स को राज्य कर्मचारी का दर्जा दिए जाने ,न्यूनतम मजदूरी 26000 लागू किए जाने, ई पी एफ की सीमा 31000 तक वेतन पाने वाले कर्मियों के लिए लागू किए जाने, राष्ट्रीय शिक्षा नीति को रद्द किए जाने ,मनरेगा की मजदूरी 2 गुना करते हुए वर्ष भर श्रमिकों को काम की उपलब्धता सुनिश्चित कराए जाने ,पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम एवं दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम का निजीकरण वापस लेने, स्मार्ट मीटर को समाप्त करने, किसानों को मुफ्त व आम जनता को सस्ती बिजली दिए जाने, हटाए गए संविदा कर्मियों को वापस रखे जाने आदि मांगें पेश की गईं।
ज्ञापन सभा स्थल पर जिलाधिकारी के प्रतिनिधि के रूप में उपजिलाधिकारी ने आकर लिया।
वामपंथी दलों में मुख्य रूप से भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के जिला मंत्री राजमणि पांडे, वरिष्ठ नेता रामबरन सिंह, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी के जिला मंत्री आशुतोष शुक्ला, एस यू सी आई के जनपद स्तरीय पदाधिकारी ने आकर कर्मचारी मजदूर संगठनों की मांगों के प्रति अपनी एकजुटता व्यक्त की।
जिला ट्रेड यूनियन काउंसिल के अध्यक्ष हेमंत नंदन ओझा ने जनपद के विभिन्न कर्मचारी मजदूर संगठनों को 9 जुलाई की आम ऐतिहासिक हड़ताल में शामिल होने और सफल बनाने के लिए आभार व्यक्त किया है।