जो सेवा में आया है वह एक न एक दिन सेवानिवृत्त अवश्य होगा–डीएम
सेवानिवृत्त के अवसर पर अपर जिलाधिकारी को भावभीनी दी गई विदाई

सेवानिवृत्त के अवसर पर अपर जिलाधिकारी को भावभीनी विदाई दी गयी
गौरव तिवारी जिला संवाददाता प्रतापगढ़
प्रतापगढ़। अपर जिलाधिकारी (वि0/रा0) त्रिभुवन विश्वकर्मा के सेवानिवृत्त के अवसर पर कलेक्ट्रेट सभागार में विदाई समारोह का आयोजन किया गया।
कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी शिव सहाय अवस्थी, मुख्य विकास अधिकारी डा0 दिव्या मिश्रा, मुख्य राजस्व अधिकारी अजय तिवारी, उपजिलाधिकारीगण सहित अन्य सभी प्रशासनिक अधिकारी, अधिवक्ताओं, समाजसेवियों तथा कर्मचारियों ने एडीएम को भावभीनी विदाई दी तथा उनके अनुभव, कार्य कुशलता तथा हंसमुख व्यवहार व व्यक्तित्व की प्रशंसा की तथा उनके सुखमय व खुशहाल जीवन की कामना की।इस अवसर पर जिलाधिकारी शिव सहाय अवस्थी ने कहा कि अपर जिलाधिकारी आज एक जीवन के बहुत ही महत्वपूर्ण चरण में प्रवेश कर रहे है क्योकि जो सेवा में आया है वह एक न एक दिन सेवानिवृत्त अवश्य होगा। उन्होने कहा कि अपर जिलाधिकारी से मेरा पहले से ही जुड़ाव रहा है जब मैं जिलाधिकारी झांसी था उस समय आप सचिव विकास प्राधिकरण में थे, उस समय से एडीएम के साथ अच्छे और मधुर सम्बन्ध रहे है।
उन्होने कहा कि अपर जिलाधिकारी के सामने चाहे जैसी भी परिस्थितियॉ आयी इन्होने उन परिस्थतियों से लड़ते हुये बहुत ही शानदार कार्य किया और बहुत ही शानदार कैरियर के बाद आज अपनी अधिवर्षता की आयु पूर्ण कर सेवानिवृत्त हो रहे है। उन्होने कहा कि श्रेष्ठ लोग जो आचरण करते है और श्रेष्ठ लोग जो प्रमाण देते है उसी का सारे लोग अनुश्रवण करते है। अपर जिलाधिकारी ने जो अपने जीवन एवं कैरियर के माध्यम से जो प्रेरणा दी है निःसन्देह लोग उससे प्रेरणा लेगें और लाभान्वित होगें तथा अच्छा कार्य करने की दिशा में अग्रसर होगें। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने उनके अच्छे स्वास्थ्य व सुखमय जीवन की कमाना की। मुख्य विकास अधिकारी डा0 दिव्या मिश्रा ने कहा कि अपर जिलाधिकारी एक सरल स्वभाव के अधिकारी रहे है, बेहतर सामंजस्य के साथ मिलकर कई कठिन व चुनौतीपूर्ण कार्यो को बड़ी आसानी से समाधान किया गया।
सेवानिवृत्त के दौरान अपर जिलाधिकारी (वि0/रा0) त्रिभुवन विश्वकर्मा ने कहा कि जनपद से जो मुझे ढेर सारा प्यार और स्नेहा मिला है उसे मैं कभी भुला नहीं पाऊंगा। उन्होने समस्त अधिकारियों से कहा कि अपने कार्यो को निष्ठापूर्वक सेवा भाव से कार्य करें। किसी भी कार्य का अतिरिक्त प्रेशर न लें, कार्यो के निष्पादन के लिये अपने उच्च अधिकारियों से सलाह अवश्य लें। विदाई समारोह में एडीएम को स्मृति चिन्ह भेंटकर तथा फूल माला पहनाकर सम्मानित किया गया।