स्वातंत्र्य वीर सावरकर जी की जयंती पर शब्दांजलि।
उक्त आयोजन हिन्दी दैनिक पवन प्रभात के प्रधान सम्पादक डॉ भगवान प्रसाद उपाध्याय की अध्यक्षता एवं वरिष्ठ साहित्यकार श्री बसंत कुमार शर्मा के मुख्य आतिथ्य में किया गया।

स्वातंत्र्य वीर सावरकर जी की जयंती पर शब्दांजलि।
डा० शक्ति कुमार पाण्डेय
ग्लोबल भारत न्यूज नेटवर्क
प्रयागराज, 28 मई।
उक्त आयोजन हिन्दी दैनिक पवन प्रभात के प्रधान सम्पादक डॉ भगवान प्रसाद उपाध्याय की अध्यक्षता एवं वरिष्ठ साहित्यकार श्री बसंत कुमार शर्मा के मुख्य आतिथ्य में किया गया।
28 मई बुधवार को स्वतंत्रता सेनानी वीर सावरकर जी के जन्म दिवस पर साहित्य सृजन कुटुंब दिल्ली के तत्वावधान में प्रीतमनगर स्थित हल्दीराम भुजियावाला रेस्तरां में कवि सम्मेलन का आयोजन हिन्दी दैनिक पवन प्रभात के प्रधान सम्पादक डॉ भगवान प्रसाद उपाध्याय की अध्यक्षता एवं वरिष्ठ साहित्यकार श्री बसंत कुमार शर्मा के मुख्य आतिथ्य में किया गया।
ओज के सशक्त कवि रोहित तिवारी के संचालन में सम्पन्न भव्य कवि सम्मेलन में संस्था की अध्यक्षा डॉ संतोष संप्रिति, सचिव श्री प्रदीप भट्ट एवं कार्यक्रम के संयोजक श्री श्रीराम तिवारी सहज द्वारा कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बसंत कुमार शर्मा, अध्यक्ष डॉ भगवान प्रसाद उपाध्याय, विशिष्ट अतिथि विंध्यवासिनी शुक्ला, डॉ शंभूनाथ त्रिपाठी अंशुल जी को स्मृति चिन्ह एवं अंगवस्त्र भेंटकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में उपस्थित कवियों ने अलग अलग रसों में काव्य पाठ से श्रोताओं को मंत्र मुग्ध कर दिया।
कार्यक्रम में उपस्थित कवियों में रामबीर सिंह पथिक, हृदयनारायन पांडेय अनजान, केशव प्रकाश सक्सेना, डॉ नीलिमा मिश्रा, ऋचा त्रिपाठी हंसराज हंस, सत्य प्रकाश, समर बहादुर सिंह, अपर्णा आर्या एवं अन्य उपस्थित कवियों ने वीर सावरकर की स्मृति में सस्वर काव्य पाठ किया।
कार्यक्रम का अत्यंत सफल संचालन रोहित तिवारी द्वारा किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री बसंत कुमार शर्मा जी ने पृथ्वी पर पौधों की महत्ता दर्शाते हुए कहा कि पेड़ अपना सम्पूर्ण जीवन एवं कटने के पश्चात भी मानव हित में काम आता है।
डॉ संतोष संप्रिति जी ने दोहा के माध्यम से शहीदों को नमन किया। श्रीराम तिवारी सहज की पंक्तियां नमन करता शहीदों को शहादत याद है मुझको द्वारा देश के अमर शहीदों को याद किया गया।
कार्यक्रम के अध्यक्ष डॉ भगवान प्रसाद उपाध्याय जी द्वारा अपने वक्तव्य के माध्यम से श्रोताओं को मानवता का संदेश दिया गया।
कार्यक्रम के अंत में श्रीराम तिवारी सहज ने सभी का आभार ज्ञापित किया ।