नई दिल्ली, 7 जनवरी।,ग्लोबल भारत डेस्क
नेपाल में आए शक्तिशाली भूकंप ने व्यापक तबाही मचाई है। इस भूकंप में कम से कम 32 लोगों की मौत हो गई और कई घायल हुए हैं। यह भूकंप नेपाल और चीन की सीमा पर आया था, जिसकी तीव्रता 7.1 मापी गई।
भूकंप के झटके नेपाल के अलावा भारत के कई राज्यों में भी महसूस किए गए, जिनमें बिहार, सिक्किम, पश्चिम बंगाल और असम शामिल हैं। भूकंप के कारण नेपाल की राजधानी काठमांडू में लोग अपने घरों से बाहर निकल आए।
नेपाल की भूकंप निगरानी एजेंसी ने बताया कि भूकंप के झटके सुबह 6 बजकर 50 मिनट पर महसूस किए गए, जिसका केंद्र चीन का डिंगी था। भूकंप के झटके इतने तेज थे कि लोग अपने घरों से बाहर निकल आए और सड़कों पर जमा हो गए।
नेपाल के प्रधानमंत्री ने भूकंप पीड़ितों के प्रति संवेदना व्यक्त की है और राहत कार्यों के लिए सेना और पुलिस को तैनात किया गया है। नेपाल सरकार ने भूकंप पीड़ितों के लिए राहत सामग्री की व्यवस्था करने के लिए एक आपातकालीन बैठक बुलाई है।
भारत में भी कई जगहों पर भूकंप के झटके महसूस किए गए। पूर्वोत्तर राज्यों के अलावा पश्चिम बंगाल और बिहार में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए। भारतीय मौसम विभाग ने बताया कि भूकंप के झटके उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और राजस्थान में भी महसूस किए गए।
भूकंप के कारण कई जगहों पर बिजली और संचार सेवाएं बाधित हुई हैं। नेपाल में कई सड़कें और भवनों को भी नुकसान पहुंचा है। भूकंप के पीड़ितों के लिए राहत कार्यों को तेजी से चलाया जा रहा है।
इस भूकंप से हमें यह याद दिलाया गया है कि प्राकृतिक आपदाओं के प्रति हमें हमेशा सावधान रहना चाहिए। हमें अपने घरों और भवनों को भूकंप-रोधी बनाने के लिए आवश्यक कदम उठाने चाहिए। इसके अलावा, हमें भूकंप के दौरान और उसके बाद की स्थिति में सावधानी बरतनी चाहिए और राहत कार्यों में सहयोग करना चाहिए।