प्रतापगढ़ में फौजी की पत्नी के साथ सामूहिक दुष्कर्म के बाद हत्या,3 आरोपी गिरफ्तार
पुलिस ने तीन आरोपियों अनिल तिवारी, राकेश सरोज और शीतल सरोज को किया गिरफ्तार

प्रतापगढ़ में 6 साल पहले हुई फौजी की विधवा पत्नी के साथ सामूहिक दुष्कर्म के बाद हत्या के मामले में पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा किया है। तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
मामला कंधई इलाके के बरहा गांव का है, जहां 17 अगस्त 2019 को फौजी राम बरन की विधवा पत्नी प्रेमा देवी के साथ गैंगरेप के बाद हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने तीन आरोपियों अनिल तिवारी, राकेश सरोज और शीतल सरोज को गिरफ्तार कर मंगलवार को जेल भेज दिया।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि अनिल तिवारी ने फौजी की मौत के बाद सरकार से मिले पैसे और पेंशन की लालच में आकर विधवा प्रेमा देवी से दोस्ती की और धीरे-धीरे उसके लाखों रुपए हड़पने के साथ ही उसकी जमीन को भी बेचकर पैसा हड़प लिया।
जिसकी वजह से महिला मानसिक रूप से विक्षिप्त हो गई और अपने पैसे की मांग करने लगी। गांव के लोग भी जब इस पूरे मामले की शिकायत करने का विचार पुलिस के अधिकारियों से किया तो यह बात अनिल तिवारी को नागवार गुजरी और भेद खुलने के डर से उसने गांव के रहने वाले राकेश सरोज और शीतल सरोज के साथ मिलकर साजिश रची।
जिसके एवज में दोनों को एडवांस ₹10000 दिए और कुल ₹50000 देने का सौदा किया। अनिल तिवारी ने महिला को पैसे देने के बहाने खेत में बुलाया और तीनों ने पहले तो महिला के साथ गैंगरेप जैसी जघन्य वारदात को अंजाम दिया, उसके बाद लाठी और डंडों से पीट-पीट कर उसकी निर्मम हत्या कर दी।
सुबह शव खेत में मिला तो परिजनों ने मामले की शिकायत पुलिस की और तीनों के खिलाफ नामजद केस दर्ज कराया। मामले की जांच पड़ताल शुरू हुई तो परत दर परत कड़ी से कड़ी जोड़ते हुए पुलिस ने आखिरकार 6 साल में मामले का खुलासा कर तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया और जेल भेज दिया।
