ट्रंप का तीखा रुख: “भारत में निर्माण बंद करे एप्पल”, टिम कुक को अमेरिका में उत्पादन बढ़ाने का निर्देश
"भारत अपनी देखभाल खुद कर सकता है" – ट्रंप

लेखक: Global Bharat News डेस्क
तारीख: 16 मई 2025
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर अपने विवादास्पद और स्पष्ट बयानों से सुर्खियां बटोरी हैं। इस बार उनका निशाना बना है अमेरिकी टेक दिग्गज एप्पल और उसका भारत में विस्तार। ट्रंप ने एप्पल के सीईओ टिम कुक से स्पष्ट तौर पर कहा है कि वे भारत में मैन्युफैक्चरिंग को रोकें और अमेरिका में उत्पादन बढ़ाएं।
यह बयान ऐसे समय आया है जब एप्पल भारत में अपने उत्पादन को तेजी से बढ़ा रहा है और 2024-25 में $22 अरब (लगभग ₹1.83 लाख करोड़) मूल्य के iPhone भारत में असेंबल किए गए हैं — जो पिछले वर्ष की तुलना में 60% अधिक है।
“भारत अपनी देखभाल खुद कर सकता है” – ट्रंप
कतर की आधिकारिक यात्रा के दौरान पत्रकारों से बात करते हुए ट्रंप ने कहा,
“टिम कुक भारत में खूब फैक्टरीज़ बना रहे हैं। मैंने उनसे साफ कहा — मैं नहीं चाहता कि आप भारत में निर्माण करें। भारत अपनी देखभाल खुद कर सकता है।”
ट्रंप का यह बयान ऐसे समय आया है जब अमेरिका और भारत के बीच टैरिफ और व्यापार को लेकर मतभेद बढ़ रहे हैं। हालांकि भारत सरकार ने अमेरिका को “नो-टैरिफ डील” की पेशकश की है, ट्रंप ने इसे पर्याप्त नहीं माना।
अमेरिका में $500 बिलियन निवेश का दावा
ट्रंप ने बताया कि टिम कुक ने अमेरिका में मैन्युफैक्चरिंग बढ़ाने का भरोसा दिया है।
“मैंने आज सुबह टिम से बात की। वह अब अमेरिका में $500 बिलियन के प्लांट बना रहे हैं।”
ट्रंप पहले भी अमेरिकी कंपनियों को घरेलू निर्माण के लिए प्रोत्साहित करते रहे हैं। उनका मानना है कि विदेशी निर्माण अमेरिका की नौकरियों पर असर डालता है।
भारत की टेक हब बनने की योजना को झटका?
एप्पल की भारत में असेंबली मुख्यतः फॉक्सकॉन और टाटा ग्रुप की यूनिट्स के माध्यम से होती है। इन कंपनियों ने दक्षिण भारत में नए प्लांट और उत्पादन विस्तार की योजनाएं बनाई हैं। ट्रंप के इस बयान से भारत के ग्लोबल मैन्युफैक्चरिंग हब बनने के प्रयासों को धक्का लग सकता है।
पृष्ठभूमि: भारत-पाक संघर्षविराम और ट्रंप की भूमिका
यह घटनाक्रम ऐसे समय में हुआ है जब ट्रंप ने हाल ही में दावा किया था कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्षविराम में मध्यस्थता की भूमिका निभाई। इस दावे को लेकर भारत सरकार ने कोई औपचारिक पुष्टि नहीं की है, लेकिन यह विवाद भी दोनों देशों के संबंधों में तनाव का कारण बन रहा है।
निष्कर्ष: भारत-अमेरिका संबंधों पर असर संभव
ट्रंप के हालिया बयान ने व्यापारिक संबंधों के साथ-साथ कूटनीतिक समीकरणों को भी प्रभावित किया है। एक ओर जहां भारत एप्पल जैसे वैश्विक ब्रांड को आकर्षित कर रहा है, वहीं ट्रंप की अमेरिका-प्रथम नीति इन प्रयासों के सामने नई चुनौतियां खड़ी कर सकती है।
Global Bharat News की ओर से यह रिपोर्ट भारत की वैश्विक स्थिति, आर्थिक रणनीति और अमेरिका के साथ बदलते रिश्तों पर एक नजर डालती है।
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