बकुलाही नदी को सदनीरा करने हेतु सिचाई विभाग ने किया सर्वे
विधायक जीत लाल ने की फिर पहल पर पुनरोद्धार अभियान के संयोजक समाज शेखर सहित क्षेत्र वासियों ने जताई प्रसन्नता

बकुलाही नदी को सदनीरा करने हेतु सिचाई विभाग ने किया सर्वे
विधायक जीत लाल ने की फिर पहल पर पुनरोद्धार अभियान के संयोजक समाज शेखर सहित क्षेत्र वासियों ने जताई प्रसन्नता
प्रतापगढ़। बकुलाही नदी की पुनरोद्धारित अति प्राचीन धारा को सदानीरा करने हेतु सिचाई विभाग ने आज भयहरण नाथ धाम के सामने सर्वे किया। विश्वनाथगंज विधायक जीत लाल की पहल पर हुए सर्वे में बकुलाही नदी पुनरोद्धार के कार्यकर्ताओ ने भी प्रतिभाग कर प्रसन्नता इस कार्य को अत्यन्त जरूरी बताया।
ज्ञातव्य हो की रामायण में बालकुनी नदी के रूप में वर्णित बकुलाही नदी जनपद की प्रमुख जल संसाधन के रूप में प्रतिष्ठित रही है। यह नदी रायबरेली के मझियार ताल निकल कर प्रतापगढ़ के खजुरनी ग्राम में सई नदी में मिल जाती है। 1990 के दशक में भय हरण नाथ धाम के सामने लूप कटिंग करके प्राचीन धारा को अलग कर दिया गया था, साथ ही 1 किमी का नाला खुदाई कर क्षेत्र का पानी बाहर निकाल दिया गया। नतीजतन इलाका सूखे के चपेट में आ गया पीने का पानी भी लोगो की पहुँच से बाहर हो गया। तब क्षेत्र वासियों ने 28 अगस्त 2011 से युवा सामाजिक कार्यकर्ता समाज शेखर के संयोजन में नदी की प्राचीन धारा को बहाल करने के लिए प्रयास शुरू किया। देखते देखते कारवां बढ़ता गया और हजारो लोगो ने बारह दिन बारह रात लगातार कार्य करते रहे। इस सामाजिक प्रयास की कोशिश सतत प्रक्रिया में 23 जून 2015 तक पूर्ण होने तक कई चरणो में जारी रही। नदी मार्ग का अतिक्रमण हटा कर ही सामाजिक प्रयास पूर्ण हुआ था।
इसी बीच 2014 उप चुनाव में बकुलाही नदी से जुड़े प्रमुख कार्यकर्ता डॉ आर के वर्मा विधायक बने उन्होंने भी अपने कार्यकाल में कई बार सवाल उठाये। नदी को सदानीरा रखने हेतु योजना बनवाई थी। इसी बीच मनरेगा ने भी नदी खुदाई में अपना योगदान दिया। 2022 में जीत लाल पटेल जी विधायक बनते ही बकुलाही नदी के अवशेष कार्यो को अपनी प्राथमिकता बताते हुए प्रयास शुरू किया। इसी कड़ी में सिचाई विभाग ने चौथी बार फिर प्राचीन धारा में डाइवर्जन हेतु डैम बनाने के लिए जन प्रतिनिधियो व कार्यकर्ताओ के साथ सर्वे किया।
बकुलाही पुनरोद्धार अभियान के संयोजक समाज शेखर ने विधायक से वार्ता कर प्रसन्नता जाहिर करते हुए इसे जल्द से जल्द पूर्ण कराये जाने की अपेक्षा की। उन्होंने कहा की इस डाइवर्जन के बनाने से प्राचीन धारा ही नही पूरी नदी सदानीरा हो सकेगी।
इस अवसर पर सिचाई विभाग की टीम के अलावा भयहरण नाथ धाम के कार्यवाहक अध्यक्ष लाल जी सिंह, संरक्षक अशोक मिश्र, देवी मिश्र सहित बकुलाही नदी से जुड़े कार्यकर्ता व जन प्रतिनिधि शामिल थे।