आतंक का धर्म होता है…पहलगाम मे हुए खुनी नरसंहार पर बोले राजा भैया
धर्म पूछकर गोली मारने की घटना ने किया साबित अब मानना पड़ेगा की आतंकिओं की भी होता है धर्म

आतंक का धर्म होता है…पहलगाम मे हुए खुनी नरसंहार पर बोले राजा भैया
धर्म पूछकर गोली मारने की घटना ने साबित किया की अब मानना पड़ेगा की आतंकिओं का भी होता है धर्म
ग्लोबल भारत डेस्क: पहलगाम में हुए खूनी नरसंहार की घटना ने स्थापित कर दिया है कि आतंक का भी धर्म होताहै, क्या धर्म पूछ कर गोली मारने की घटनाएं स्थापित नहीं करती की आतंक के सर परस्तों का भी एक धर्म होता है यह कहना कि आतंकियों का कोई धर्म नहीं होता अब यह सिर्फ एक सफेद झूठ के अलावा कुछ नहीं कश्मीर के पहलगाम में हुई भीषण नरसंहार की घटना मैं लोगों को सोनेे पर भी बस कर दिया यह कहना है जनसत्ता दल पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और कुंडा के विधायक रघुराज प्रताप सिंह राजा भैया का पहलगाम की घटना से व्यथित राजा भैया ने एक प्लेटफार्म पर ट्वीट करके अपने दिल के उद्गम निकले राजा भैया लिखते हैं इनके द्वारा चलाए जा रहे देहात के लिए कहानीहम लोग ही तो फंडिंग नहीं कर रहे हैं कहानीहमारे पैसों का प्रयोग हम पर तो नहीं हो रहा है आखिर धर्म पूछ कर गोली मारने की घटना से क्या साबित होता है बताते चलें कि 22 अप्रैल को कश्मीर के पहलगाम में आतंकियों ने हमला कर दिया कश्मीर घूमने आए लोगों पर आधार ढूंढ गलीी बाजी करके 27 लोगों की मौके पर मौजूद लोग और पीड़ितों ने बताया करने के पहले वह लोगों से उनका धर्म पूछ रहे थे हालातयह थे कि जिनके नाम में कंफ्यूजन की स्थिति भी उनका पेट उतरवा के उनका खतना चेक किया गया आखिर आतंकियों ने साबित कर दिया कि उनका धर्म होता है राजा भैया द्वारा कहिए बातें कहीं ना कहीं सच के इर्द-गिर्द ही घूमती नजर आती है राजा भैया आगे लिखते हैं की कश्मीर का आदमी आज भी कहीं ना कहीं अलगाववादियों के लिए मानसिक माहौल तैयार कर रहा है कोई प्रत्यक्ष तो कोई परोक्ष लेकिन अलगाववादियों के प्रति इनका झुकाव माना जा सकता है तो क्या हम कश्मीर में घूम कर अपना पैसा विभिन्न रूपों से इन्हें देखकर उनके जिहाद को मजबूत नहीं कर रहे हैं पूरे देश में इस हमले को लेकर आक्रोश है हिंदुओं के मांमें इस घटना को लेकर शो भर गया
लोग अपने लोगों से सीधे सवाल कर रहे हैं आप कैसे कह सकते है कि आतंकियों की कोई धर्म और जाति नही होती। कड़वा सवाल यह है कि अगर आतंकवादियों का धर्म नहीं होता तो जिन्हें उन्होंने गोली मारी उनका धर्म क्यों पूछ रहे थे। पहलगाम की घटना ने साबित कर दिया कि आतंक और आतंकवादियों की जाती और धर्म दोनों होती है खासकर यह बात उन हिंदुओं को समझना चाहिए जो कभी ना कभीखासकर यह बात उन हिंदुओं को समझना चाहिए जो कभी न कभी ऐसे लोगों की हिमायत करते नजर आते हैं