राणा सांगा की वीरता पर देश को सदैव है गर्व- प्रमोद तिवारी
राज्यसभा में विपक्ष के उपनेता प्रमोद तिवारी ने कहा कि राणा सांगा एक ऐसे बहादुर नायक थे जिन पर पूरे देश को गर्व की अनुभूति हुआ करती है।

राणा सांगा की वीरता पर देश को सदैव है गर्व- प्रमोद तिवारी
डा० शक्ति कुमार पाण्डेय
राज्य संवाददाता
ग्लोबल भारत न्यूज
लालगंज प्रतापगढ़, 28 मार्च।
राज्यसभा में विपक्ष के उपनेता प्रमोद तिवारी ने कहा कि राणा सांगा एक ऐसे बहादुर नायक थे जिन पर पूरे देश को गर्व की अनुभूति हुआ करती है।
शुक्रवार को संसद सत्र में राज्यसभा में बोलते हुए कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने कहा कि राणा सांगा देश के हीरो हैं। उन्होने कहा कि वह और देश राणा सांगा की वीरता को प्रणाम करता है।
उन्होनें कहा कि राणा सांगा किसी जाति या धर्म के नहीं देश के हीरो हैं। वहीं उन्होनें कहा कि इस मुददे को तूल देने की आड़ में अनुसूचित जाति के सांसद रामजी लाल सुमन के घर तोडफोड पूरी तरह अनुचित है।
उन्होंने कहा कि अनुसूचित जाति के सांसद के घर पर चढ़कर हमले में पथराव तथा आगजनी का प्रयास करना अपराध की श्रेणी में आता है। उन्होनें सरकार से कहा कि इस प्रकार के अपराध को कतई बढ़ावा नहीं दिया जाना चाहिए।
उन्होनें सदन में पीड़ित सांसद व उनके परिवार के सदस्यों की सुरक्षा को भी सुनिश्चित किये जाने पर जोर दिया। वहीं विपक्ष के उपनेता प्रमोद तिवारी ने सदन में सरकार की घेराबंदी करते हुए कहा कि अर्थव्यवस्था के क्षेत्र में सरकार की अदूरदर्शिता के कारण बैकिंग प्रणाली वंचितों के हित के लिए ठीक से काम नहीं कर रही है।
उन्होनें कहा कि यह चिन्ताजनक है कि बीस प्रतिशत जनधन खाते बंद हो गये हैं। उन्होनें सवाल उठाया कि सरकार बताये कि आज की बैकिंग प्रणाली में गरीब किसान आखिर कर्ज क्यों नही चुका पा रहा है। वहीं उन्होने इस बात पर भी चिन्ता जतायी कि सरकार ने शिक्षा का बजट भी कम कर दिया है।
उन्होनें यूडीआईएसई की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि 2022-23 में स्कूल नामांकन के आंकड़े 25.17 करोड़ तक गिर गये। राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने कहा कि यह चिन्ताजनक है कि 2023-24 में यह आंकड़ा और भी कम हो गया है।
विपक्ष के उपनेता प्रमोद तिवारी ने कहा कि मोदी सरकार ने किसानों तथा युवाओं तक का भविष्य लगातार असुरक्षित हो रहा है।
राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी के सदन में दिये गये वक्तव्य की जानकारी यहां मीडिया प्रभारी ज्ञानप्रकाश शुक्ल के हवाले से विज्ञप्ति में दी गयी है।