शिकायतकर्ताओं की शिकायतों के निस्तारण में लापरवाही कदापि न बरती जाये- डीएम ।।
प्रतापगढ़,9 जनवरी। जिलाधिकारी संजीव रंजन ने कलेक्ट्रेट कार्यालय में जनसुनवाई के दौरान दूर-दराज से आये हुये फरियादियों की शिकायतों को गम्भीरतापूर्वक सुनकर सम्बन्धित अधिकारियों को प्राप्त शिकायतों का गुणवत्तापूर्ण व समयबद्ध तरीके से निस्तारण सुनिश्चित करने के निर्देश दिये।
शिकायतकर्ता पंचम लाल निवासी नरायनपुर दुल्लीचन्द्र का पुरवा ने शिकायत किया कि गाटा संख्या 540 प्रार्थी की भूमिधरी भूमि है इस भूमि में प्रार्थी के नये व पुराने वृक्ष बांसकोठी आदि स्थित है जिसके सम्बन्ध में न्यायालय में मुकदमा विचाराधीन चल रहा है, इस मुकदमें में हल्का लेखपाल विवेक तिवारी व ग्राम प्रधान मक्खनलाल साहू को पक्षकार मुकदमा बनाया गया है किन्तु इसके बाद भी दोनो लोग मिल करके अधिकारी कर्मचारी को गुमराह करके न्यायालय के स्थगन आदेश का उल्लंघन करते हुये वादग्रस्त भूमि में निर्माण कार्य कर रहे है उसमें स्थित वृक्षादि, बांसकोठी काट रहे है, इस प्रकरण पर जिलाधिकारी ने उपजिलाधिकारी लालगंज व एसएचओ लालगंज को निर्देशित किया है कि न्यायालय के स्थगनादेश का अनुपालन कराये। शिकायतकर्ता राम मनोहर निवासी ग्राम चन्दोका (लोहारन का पुरवा) ने शिकायत किया कि गांव के ग्राम प्रधान पति प्रदीप सिंह द्वारा दबंगई के बल पर हमारी सारी जमीन को जेसीबी से समतल करा के हमारे चारो तरफ से रास्त बन्द कर दिया है और जमीन को कब्जा करके दूसरो को दे दिया है, प्रार्थी को डरा धमका करके यहां से भगाना चाहता है, इस प्रकरण पर जिलाधिकारी ने उपजिलाधिकारी पट्टी एवं एसओ कोहड़ौर को निर्देशित किया है कि राजस्व एवं पुलिस की संयुक्त टीम बनाकर शिकायत का निस्तारण करायें।
इसी प्रकार जनसुनवाई के दौरान प्राप्त राजस्व व अन्य शिकायतों के सम्बन्ध में जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि शिकायतों की निष्पक्ष जांच कर, शिकायतों का निस्तारण गुणवत्तापूर्ण ढंग से करें जिससे शिकायतकर्ता को इधर-उधर भटकना न पड़े। उन्होने अधिकारियों को यह भी निर्देशित किया है कि जनकल्याणकारी योजनाओं से पात्र व्यक्तियों को लाभान्वित करें, कोई भी पात्र व्यक्ति योजना से वंचित न रहें इसका विशेष ध्यान दें। जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि जनता की शिकायतों को शासन की मंशानुरूप गुणवत्तापूर्ण निस्तारण ससमय करायें, शिकायतों के निस्तारण में लापरवाही कदापि न बरती जाये।