इस भारतीय क्रिकेटर की मौत पर क्यों कराया गया था कैबरे डांस?
दत्ताराम हिंडलेकर:महान क्रिकेटर की अनोखी कहानी
इस भारतीय क्रिकेटर की मौत पर क्यों कराया गया था कैबरे डांस? सुनिये देश के एक महान क्रिकेटर की अनोखी कहानी
मुम्बई। आज दत्ता राम हिंडलेकर की जयंती है, जो एक महान क्रिकेटर थे और अपने समय में भारतीय क्रिकेट टीम के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया था। दत्ता राम हिंडलेकर का जन्म 8 जनवरी 1909 को मुंबई के एक मध्यम वर्गीय परिवार में हुआ था।
दत्ता राम हिंडलेकर के परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी, लेकिन उनके पिता ने उनकी क्रिकेट प्रतिभा को पहचाना और उन्हें इस खेल में आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया। दत्ता राम हिंडलेकर ने अपने स्कूली दिनों से ही क्रिकेट खेलना शुरू किया था और जल्द ही वे मुंबई की क्रिकेट टीम में शामिल हो गए।
दत्ता राम हिंडलेकर ने अपने क्रिकेट करियर में कई महत्वपूर्ण मैच खेले और भारतीय क्रिकेट टीम के लिए कई यादगार प्रदर्शन किए। उन्होंने अपने करियर में 4 टेस्ट मैच खेले और 71 रन बनाए।
दत्ता राम हिंडलेकर की मौत 30 मार्च 1949 को ऑर्थर रोड अस्पताल में हुई थी। वह अपने पीछे अपनी पत्नी और 7 बच्चों को छोड़ गए । उनकी मौत के बाद, आईसीसी ने कई बड़े क्रिकेटरों से मदद की गुहार लगाई ताकि उनके परिवार की आर्थिक मदद की जा सके। लेकिन जब मदद नहीं मिली, तो बॉम्बे पोर्ट ट्रस्ट ने कैबरे डांस का आयोजन किया ताकि दत्ता राम हिंडलेकर के परिवार की आर्थिक मदद की जा सके। इस कैबरे डांस के माध्यम से जो पैसा एकत्रित हुआ उसे दत्ताराम हिंदे लेकर के परिवार को दिया गया ।
यह एक अनोखा और दिलचस्प तरीका था जिससे दत्ता राम हिंडलेकर के परिवार की मदद की गई।